
भारत की उभरती हुई बॉक्सिंग स्टार जैस्मिन लंबोरिया ने दुनिया को दिखा दिया कि भारत की बेटियां किसी से कम नहीं। लिवरपूल में चल रही वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में जैस्मिन ने 57 किलोग्राम वर्ग में दमदार प्रदर्शन करते हुए गोल्ड मेडल जीत लिया।
पेरिस ओलंपिक सिल्वर मेडलिस्ट को दी पटखनी
मैच की शुरुआत में जैस्मिन ने सावधानी बरती, लेकिन राउंड 2 और राउंड 3 में उन्होंने जबरदस्त वापसी की। उन्होंने पेरिस ओलंपिक 2024 की सिल्वर मेडलिस्ट जूलिया सेरेमेटा को 4-1 से हराया। ये जीत सिर्फ एक मेडल नहीं, भारत के लिए गर्व का पल बन गई।
“देश को गौरवान्वित करना था, और मैं सफल रही” – जैस्मिन
मैच के बाद जैस्मिन ने कहा:
“यह मेरा पहला वर्ल्ड चैंपियनशिप मेडल है और मैं बहुत खुश हूं कि मैं वर्ल्ड चैंपियन बन पाई। मेरा सपना था कि मैं अपने देश को गौरवान्वित करूं।“
उन्होंने कोचिंग स्टाफ और फ़ेडरेशन को भी अपनी जीत का श्रेय दिया।

भारत की और भी चमक: नूपुर और पूजा रानी भी पदक विजेता
नूपुर ने 80+ किलोग्राम वर्ग में सिल्वर मेडल जीता। पूजा रानी ने 80 किलोग्राम वर्ग में ब्रॉन्ज़ मेडल हासिल किया। इससे साफ है कि भारत की महिला बॉक्सिंग टीम पूरी दुनिया में अपनी धाक जमाने लगी है।
जैस्मिन की जीत सिर्फ एक शुरुआत है
जैस्मिन की यह गोल्डन जीत ना केवल एक व्यक्तिगत उपलब्धि है, बल्कि यह नई पीढ़ी के लिए प्रेरणा भी है। उन्होंने साबित कर दिया कि कड़ी मेहनत, समर्पण और देशभक्ति के साथ कुछ भी संभव है।